| बी एड - एम एड >> बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रथम प्रश्नपत्र - शिक्षा के दार्शनिक परिप्रेक्ष्य बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रथम प्रश्नपत्र - शिक्षा के दार्शनिक परिप्रेक्ष्यसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रथम प्रश्नपत्र - शिक्षा के दार्शनिक परिप्रेक्ष्य
ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न - यूनिट - तीन
(Indian Philosophy and its Contribution)
वेदान्त दर्शन (Vedanta)
प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (भारतीय दर्शन एवं इसका योगदान : वेदान्त दर्शन) 
 
उत्तर -
1. शंकराचार्य ने ब्रह्म में निम्नलिखित में से कौन-से लक्षण माने हैं ?
(a) अबाधित शास्त्र 
 (b) सनातन 
 (c) परम सत्य 
(d) उपरोक्त सभी
2. शंकराचार्य के अनुसार ब्रह्म निम्नलिखित में से किन क्षेत्रों में सर्वोच्च है ?.
(a) प्रमाण शास्त्र 
 (b) मूल्य शास्त्र 
 (c) तत्व ज्ञान 
 (d) उपरोक्त सभी 
3. शंकराचार्य के अनुसार ब्रह्म निम्नलिखित में से क्या नहीं है ?
(a) जन्माद्यस्यः यतः 
 (b) सच्चिदानन्द 
 (c) अनिर्वचनीय 
(d) व्यक्ति
4. तर्क और श्रुति के विषय में विभिन्न मतों में शंकर का अन्तिम मत कौन-सा है ?
(a) तर्क ही पर्याप्त 
 (b) तर्क श्रुति पर आधारित 
 (c) तर्क और श्रुति दोनों ज्ञान पर आधारित 
(d) उपरोक्त सभी
5. शंकराचार्य के अनुसार ब्रह्म और आत्मा में निम्नलिखित में से क्या सम्बन्ध है ?
(a) नापर: 
 (b) तादात्म्य
 (c) परस्पर निर्भरता 
(d) पृथकत्व
6. व्यक्ति के ज्ञान पर आधारित गत संस्कारों से उत्पन्न हुआ ज्ञान वेदान्त में क्या कहलाता है ?
(a) तर्क 
 (b) श्रुति 
 (c) प्रत्यक्ष 
(d) अनुमान
7. शंकराचार्य के अनुसार ब्रह्म निम्नलिखित में से कौन-से भेदों से परे है ?
(a) स्वगत 
 (b) विजातीय 
 (c) सजातीय 
(d) उपरोक्त सभी
8. वेदों का प्रमाण वेदान्त दर्शन में निम्नलिखित प्रमाणों में से कौन-सा है ?
(a) तर्क 
 (b) अनुमान 
 (c) प्रत्यक्ष 
(d) श्रुति
9. शंकराचार्य के अनुसार ज्ञान शास्त्र में ब्रह्म निम्नलिखित में से क्या है ?
(a) ज्ञान 
 (b) ज्ञेय 
 (c) ज्ञाता 
(d) उपरोक्त सभी
10. शंकराचार्य ने माया में निम्नलिखित में से कौन-से लक्षण माने हैं ?
(a) व्यावहारिक 
 (b) विज्ञाननिरस्या 
 (c) अनादि 
(d) उपरोक्त सभी
11. शंकराचार्य के अनुसार अभ्यास की प्रकृति निम्नलिखित में से क्या है ?
(a) कतृत्व भोक्तृत्व प्रवर्तकः 
 (b)-मिथ्या प्रत्यप रूपः 
 (c) सर्व लोक प्रत्यक्ष 
(d) उपरोक्त सभी
12. शंकराचार्य के अनुसार माया निम्नलिखित में से क्या है ?
(a) भावरूप 
 (b) जगत की सृष्टा 
 (c) ईश्वर की शक्ति 
(d) उपरोक्त सभी
13. अद्वैत दर्शन के अनुसार ज्ञान का अर्थ निम्नलिखित में से क्या है?
(a) विद्या प्राप्ति 
 (b) जानना 
 (c) अविद्या निवारण 
(d) अनुमान
14. भारतीय दर्शन में अद्वैत मत निम्नलिखित में से किस दार्शनिक ने प्रचलित किया है ?
(a) रामानुजाचार्य 
 (b) कुमारिल भट्ट 
 (c) शंकराचार्य 
(d) निम्बाकोचार्य
15. अद्वैत दर्शन में दर्शन के निम्नलिखित क्षेत्रों में से कौन-सा प्रमुख है ?
(a) समाज दर्शन 
 (b) तत्व ज्ञान 
 (c) प्रमाण विचार 
(d) नीति ज्ञान
16. अद्वैत वेदान्त में प्रमाण का अर्थ निम्नलिखित में से किस तरह का ज्ञान है ?
(a) स्मृति नहीं 
 (b) अनाधिगत 
 (c) बाधित नहीं 
(d) उपरोक्त सभी
17. भारतीय दर्शन की दार्शनिक जगत को सबसे बड़ी देन निम्नलिखित में से क्या है ?
(a) योग दर्शन 
 (b) सांख्य दर्शन 
 (c) न्याय दर्शन 
(d) अद्वैत वेदान्त दर्शन
18. ब्रह्म वह धातु के अनुसार है। ब्रह्म के अस्तित्व का यह तर्क निम्नलिखित में से कौन-सा है ?
(a) मनोवैज्ञानिक प्रमाण 
 (b) शाब्दिक प्रमाण 
 (c) श्रुति प्रमाण 
(d) प्रयोजनवादी प्रमाण
19. शंकराचार्य ने आत्मा में निम्नलिखित में से कौन-से लक्षण माने हैं ?
(a) चैतन्य 
 (b) स्वयंसिद्ध 
 (c) अव्यभिचारी. 
(d) उपरोक्त सभी
20. शंकराचार्य के अनुसार ब्रह्म के अस्तित्व का सर्वोच्च प्रमाण निम्नलिखित में से कौन-सा हैं ?
(a) मनोवैज्ञानिक प्रमाण 
 (b) श्रुति प्रमाण 
 (c) प्रयोजनवादी प्रमाण 
(d) अपरोक्षानुभूति
21. शंकराचार्य के अनुसार ब्रह्म निम्नलिखित में से क्या नहीं है ?
(a) आनन्द 
 (b) चित 
 (c) सत 
(d) शून्य
22. तर्क और श्रुति का शंकराचार्य के अनुसार निम्नलिखित में से क्या सम्बन्ध है ?
(a) तर्क ही पर्याप्त 
 (b) तर्क श्रुति पर आधारित 
 (c) तर्क और श्रुति दोनों ज्ञान पर आधारित 
(d) उपरोक्त सभी
23. शंकराचार्य के अनुसार ब्रह्म की प्रकृति निम्नलिखित में से क्या है ?
(a) निर्गुणोगुणी 
 (b) निर्गुण
 (c) सगुण
(d) उपरोक्त सभी
24. वेदान्त दर्शन में निम्नलिखित में कितने प्रकार के प्रमाण माने गए हैं ?
(a) श्रुति
 (b) प्रत्यक्ष 
 (c) तर्क 
(d) उपरोक्त सभी
25. वेदान्त दर्शन के अनुसार अनुमान में निम्नलिखित कौन-से अवयव होते हैं ?
(a) उदाहरण 
 (b) हेतु 
 (c) प्रतिज्ञा 
(d) उपरोक्त सभी
26. शंकराचार्य के अनुसार जन्माद्यस्य यतः निम्नलिखित में से कौन है ?
(a) ब्रह्म 
 (b) जड़ पदार्थ 
 (c) ईश्वर 
(d) आत्मा
27., शंकराचार्य के अनुसार तत्व ज्ञान में परम सत्य निम्नलिखित में से कौन-सा है ?
(a) ब्रह्म 
 (b) ईश्वर 
 (2) जड़ तत्व 
(d) वस्तु जगत
28. ब्रह्म का अस्तित्व सिद्ध करने के लिए शंकराचार्य ने निम्नलिखित में से कौन-से प्रमाण
दिए हैं ?
(a) शाब्दिक अर्थ का प्रमाण 
 (b) मनोवैज्ञानिक प्रमाण
 (c) श्रुति प्रमाण 
(d) उपरोक्त सभी
29. शंकराचार्य के अनुसार पारमार्थिक दृष्टि से निम्नलिखित में से क्या सत्य है ?
(a) ब्रह्म 
 (b) जगत 
 (c) ईश्वर 
(d) उपरोक्त सभी
30. चित्तवृत्तियों द्वारा बाह्य विषयों का आकार ग्रहण करना वेदान्त दर्शन में क्या कहलाता है ?
(a) प्रत्यक्ष
 (b) श्रुति 
 (c) तर्क 
(d) अनुमान
31. शंकराचार्य के अनुसार जगत का सृष्टा निम्नलिखित में से कौन है ?
(a) जड़तत्व 
 (b) ईश्वर
 (c) ब्रह्म 
 (d) अद्दष्ट 
32. सबकी आत्मा होने से ब्रह्म का अस्तित्व सर्वविदित है। यह कहकर शंकराचार्य ने निम्नलिखित में से ब्रह्म का कौन-सा प्रमाण दिया है ?
(a) शाब्दिक प्रमाण 
 (b) श्रुति प्रमाण 
 (c) मनोवैज्ञानिक प्रमाण 
(d) प्रयोजनवादी प्रमाण
33. शंकराचार्य ने ईश्वर में निम्नलिखित में से क्या लक्षण माने हैं ?
(a) सगुण 
 (b) व्यावहारिक सत्य 
 (c) कार्यब्रह्म 
(d) उपरोक्त सभी
34. शंकराचार्य ने ब्रह्म और आत्मा में निम्नलिखित में से कौन-सा सम्बन्ध माना है ?
(a) अद्वैत
 (b) द्वैताद्वैत 
 (c) द्वैत 
(d) उपरोक्त सभी
35. शंकराचार्य के अनुसार आदिकरण ब्रह्म न मानने से निम्नलिखित में से कौन-सा दोष होता है ?
(a) अनवस्था दोष 
 (b) श्रुति विरुद्ध. 
 (c) आत्मकेन्द्रित तर्क 
(d) प्रयोजन विरुद्ध
36. अद्वैत वेदान्त दर्शन में ईश्वर के अस्तित्व के निम्नलिखित प्रमाणों में से कौन-से माने गए हैं ?
(a) नैतिक तर्क 
 (b) प्रयोजनवादी तर्क 
 (c) विश्व रचना का प्रमाण 
(d) उपरोक्त सभी है
37. जगत की व्यवस्था से शंकराचार्य ने ब्रह्म के अस्तित्व का कौन-सा प्रमाण दिया है ?
(a) शाब्दिक प्रमाण 
 (b) श्रुति प्रमाण
 (c) मनोवैज्ञानिक प्रमाण   
(d) प्रयोजनवादी प्रमाण
38. शंकराचार्य के अनुसार आत्मा चेतना की निम्नलिखित अवस्थाओं में से किन में रहती है ?
(a) सुषुप्ति में 
 (b) स्वप्न में 
 (c) जाग्रत में 
(d) उपरोक्त सभी
39. शंकराचार्य के अनुसार ईश्वर की मान्यता निम्नलिखित में से किस प्रकार की है ?
(a) नैतिक की 
 (b) व्यावहारिक की 
 (c) पारमार्थिक की 
(d) तार्किक की
40. स्मृति रूपः परत्र पूर्वदृष्टावभासः, अध्याय की यह परिभाषा निम्नलिखित में से किसने दी है ?
(a) गौतम ने 
 (b) जैमिनी ने 
 (c) कणाद ने 
(d) शंकराचार्य ने
41. माधवाचार्य के सर्वदर्शन संग्रह के अनुसार रामानुज ईश्वर और जीव में निम्नलिखित क्या सम्बन्ध मानते हैं ?
(a) अभेद 
 (b) भेद 
 (c) भेदाभेद 
(d) उपरोक्त सभी
42. रामानुज के अनुसार जिन जीवों का सांसारिक जीवन अभी समाप्त नहीं हुआ, वे कौन-से हैं ?
(a) मुक्त  
 (b) नित्य 
 (c) बद्ध
(d) उपरोक्त सभी
43. ईश्वर की तुलना में रामानुज ने जीव में निम्नलिखित कौन-सी विशेषताएँ मानी हैं ?
(a) अणु 
 (b) शान्त 
 (c) अपूर्ण 
(d) उपरोक्त सभी
44. रामानुज के अनुसार बद्ध जीव निम्नलिखित में से कौन-सी इच्छायें रखते हैं ?
(a) मोक्ष 
 (b) काम 
 (c) अर्थ 
(d) उपरोक्त सभी
45. निम्बार्क के भेदाभेद से रामानुज का भेदाभेद निम्नलिखित में से किस अर्थ में विशिष्ट है ?
(a) अभेद 
 (b) भेद 
 (c) भेद से अधिक अभेद 
(d) भेदाभेद
46. प्रारब्ध कर्म को मानकर देहावसान की प्रतीक्षा करने वाले भक्त रामानुज के अनुसार
कौन-से हैं ?
(a) आर्त 
 (b) दृप्त 
 (c) प्रपन्न 
(d) उपरोक्त सभी
47. जो अनेक जीव सब लोकों में विचरण करते हैं उन्हें रामानुज ने निम्नलिखित में से कौन-से माना है ?
(a) बद्ध 
 (b) मुक्त 
 (c) नित्य 
(d) उपरोक्त सभी
48. रामानुज के अनुसार निम्नलिखित में से कौन-सा उचित तत्व रजोगुण तथा तमोगुणविहिन है ?
(a) शुद्ध सत्व 
 (b) सत्व शून्य 
 (c) मिश्र सत्व 
(d) उपरोक्त सभी
49. ब्रह्म और जीव में रामानुज के अनुसार निम्नलिखित में से क्या सम्बन्ध है ?
(a) द्रव्य और गुण 
 (b) पूर्ण और अंश 
 (c) कारण और कार्य 
(d) उपरोक्त सभी
50. श्रीभाष्य में रामानुज ने निम्नलिखित में से किस मत का खण्डन किया है ?
(a) अभेद 
 (b) भेद 
 (c) भेदाभेद 
(d) उपरोक्त सभी
51. रामानुज के अनुसार ईश्वर का अनन्त रूप निम्नलिखित में से कौन-सा है ?
(a) व्यूह
 (b) पर 
 (c) विभव 
(d) अन्तर्यामी
52. विशिष्टाद्वैत के अनुसार मोक्ष का परम साधन निम्नलिखित में से क्या है ?
(a) ज्ञान 
 (b) कर्म 
 (c) भक्ति 
(d) उपरोक्त सभी
53. रामानुज के अनुसार जगत का सृष्टा, पालक और संहारक निम्नलिखित में से कौन नहीं है ?
(a) ब्रह्म 
 (b) जीव 
 (c) ईश्वर 
(d) इनमें से कोई नहीं
रामानुज के अनुसार निम्नलिखित में से मोक्ष के साधन कौन-से हैं ?
54.
(a) प्रपत्ति 
 (b) भक्ति 
 (c) उक्त दोनों 
(d) ज्ञान
55. रामानुज के अनुसार विश्व लीला के लिए निर्मित ईश्वर निम्नलिखित में से क्या रूप धारण करते हैं ?
(a) विभव 
 (b) व्यूह 
 (c) पर 
(d) अन्तर्यामी
56. भक्त की रूचि के अनुसार उपास्य मूर्ति में रहने वाला ईश्वर का स्वरूप रामानुज निम्नलिखित में से कौन-सा है ?
(a) विभव 
 (b) व्यूह 
 (c) अन्तर्यामी 
(d) अचर्वावतार
57. रामानुज ने अनुमान के प्रकारों में निम्नलिखित में से किसको नहीं माना है ?
(a) अन्वय व्यतिरेकी को 
 (b) केवल व्यतिरेकी को 
 (c) केवलान्वयी को 
(d) इनमें से कोई नहीं
58. विशिष्टाद्वैत दर्शन में निम्नलिखित में से कौन-से परम तत्व माने गए हैं ?
(a) ईश्वर 
 (b) अचिद 
 (c) चिद 
(d) उपरोक्त सभी
59. विशिष्टाद्वैत दर्शन में इन्द्रिय द्वारा साक्षात् यथार्थ ज्ञान निम्नलिखित में से क्या कहलाता है ?
(a) प्रत्यक्ष 
 (b) शब्द 
 (c) अनुमान 
(d) उपमान
60. रामानुज के अनुसार वेद में निम्नलिखित कौन-सी विशेषतायें हैं ?
(a) प्रमाण 
 (b) अपौरुषेय 
 (c) नित्य 
 (d) उपरोक्त सभी 
उत्तरमाला
1. (d) 2. (d) 3. (d) 4. (c) 5. (a) 6. (d) 7. (d) 8. (d) 9. (d) 10. (d) 11. (d) 12. (d) 13. (c) 14. (c) 15. (b) 16. (d) 17. (d) 18. (b) 19. (a) 20. (d) 21. (d) 22. (d) 23. (b) 24. (d) 25. (d) 26. (a) 27. (a) 28. (d) 29. (a) 30. (a) 31. (b) 32. (c) 33. (c) 34. (a) 35. (a) 36. (d) 37. (d) 38. (d) 39. (b) 40. (d) 41. (c) 42. (c) 43. (d) 44. (d) 45. (c) 46. (b) 47. (b) 48. (a) 49. (d) 50. (d) 51. (c) 52. (c) 53. (a) 54. (c) 55. (b) 56. (d) 57. (b) 58. (d) 59. (a) 60. (d)
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- प्रश्न- शिक्षा की अवधारणा बताइये तथा इसकी परिभाषाएँ देते हुए इसकी विशेषताएँ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा का शाब्दिक अर्थ स्पष्ट करते हुए इसके संकुचित, व्यापक एवं वास्तविक अर्थ को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के विभिन्न प्रकारों को समझाइए। शिक्षा तथा साक्षरता व अनुदेशन में क्या मूलभूत अन्तर है ?
- प्रश्न- भारतीय शिक्षा में आज संकटावस्था की क्या प्रकृति है ? इसके कारणों व स्रोतों का समुचित विश्लेषण प्रस्तुत कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के उद्देश्य को निर्धारित करना शिक्षक के लिए आवश्यक है, क्यों ?
- प्रश्न- शिक्षा के वैयक्तिक एवं सामाजिक उद्देश्यों की विवेचना कीजिए तथा इन दोनों उद्देश्यों में समन्वय को समझाइए।
- प्रश्न- "शिक्षा एक त्रिमुखी प्रक्रिया है।' जॉन डीवी के इस कथन से आप कहाँ तक सहमत हैं ?
- प्रश्न- शिक्षा के विषय-विस्तार को संक्षेप में लिखिए।
- प्रश्न- शिक्षा एक द्विमुखी प्रक्रिया है। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के साधनों से आप क्या समझते हैं ? शिक्षा के विभिन्न साधनों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्राउन ने शिक्षा के अभिकरणों को कितने भागों में बाँटा है ? प्रत्येक का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के एक साधन के रूप में परिवार का क्या महत्व है ? बालक की शिक्षा को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए घर व विद्यालय को निकट लाने के उपाय बताइए।
- प्रश्न- "घर और पाठशाला में सामंजस्य न स्थापित करना बालक के साथ अनहोनी करना है।' रॉस के इस कथन की पुष्टि कीजिए।
- प्रश्न- जनसंचार का क्या अर्थ है ? जनसंचार की परिभाषा देते हुए इसकी महत्ता का विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- दूरसंचार के विषय में आप क्या जानते हैं ? इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दीजिए।
- प्रश्न- दूरसंचार के प्रमुख साधनों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बालक की शिक्षा के विकास में संचार के साधन किस प्रकार सहायक हैं ? उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- इन्टरनेट की विशेषताओं का समीक्षात्मक विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- कम्प्यूटर किसे कहते हैं ? कम्प्यूटर के विकास का समीक्षात्मक इतिहास लिखिए।
- प्रश्न- सम्प्रेषण का शिक्षा में क्या महत्व है ? सम्प्रेषण की विशेषताएं लिखिए।
- प्रश्न- औपचारिक, निरौपचारिक और अनौपचारिक अभिकरणों के सापेक्षिक सम्बन्धों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के अनौपचारिक साधनों में जनसंचार के साधनों का क्या योगदान है ?
- प्रश्न- अनौपचारिक और औपचारिक शिक्षा में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- "घर, शिक्षा का सर्वोत्तम स्थान और बालक का प्रथम विद्यालय है।' समझाइए
- प्रश्न- जनसंचार प्रक्रिया के प्रमुख तत्वों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनसंचार माध्यमों की उपयोगिता पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- इंटरनेट के विकास की सम्भावनाओं का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- भारत में कम्प्यूटर के उपयोग की महत्ता का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- हिन्दी में संदेश देने वाले सामाजिक माध्यमों में 'फेसबुक' के महत्व बताइए तथा इसके खतरों के विषय में भी विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- 'व्हाट्सअप' किस प्रकार की सेवा है ? सामाजिक माध्यमों में संदेश देने हेतु यह किस प्रकार कार्य करता है ?
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (शिक्षा: अर्थ, अवधारणा, प्रकृति और शिक्षा के उद्देश्य)
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (शिक्षा के अभिकरण )
- प्रश्न- "दर्शन जिसका कार्य सूक्ष्म तथा दूरस्थ से रहता है, शिक्षा से कोई सम्बन्ध नहीं रख सकता जिसका कार्य व्यावहारिक और तात्कालिक होता है।" स्पष्ट कीजिए
- प्रश्न- निम्नलिखित को परिभाषित कीजिए तथा शिक्षा के लिए इनके निहितार्थ स्पष्ट कीजिए (i) तत्व - मीमांसा, (ii) ज्ञान-मीमांसा, (iii) मूल्य-मीमांसा।
- प्रश्न- "पदार्थों के सनातन स्वरूप का ज्ञान प्राप्त करना ही दर्शन है।' व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- आधुनिक पाश्चात्य दर्शन के लक्षण बताइए। आप आधुनिक पाश्चात्य दर्शन का जनक किसे मानते हैं ?
- प्रश्न- शिक्षा का दर्शन पर प्रभाव बताइये।
- प्रश्न- एक अध्यापक के लिए शिक्षा दर्शन की क्या उपयोगिता है ? समझाइये।
- प्रश्न- अनुशासन को दर्शन कैसे प्रभावित करता है ?
- प्रश्न- शिक्षा दर्शन से आप क्या समझते हैं ? परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (दर्शन तथा शैक्षिक दर्शन के कार्य )
- प्रश्न- वेदान्त दर्शन क्या है ? वेदान्त दर्शन के सिद्धान्त बताइए।
- प्रश्न- वेदान्त दर्शन व शिक्षा पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। वेदान्त दर्शन में प्रतिपादित शिक्षा के उद्देश्य, पाठ्यचर्या व शिक्षण विधियों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- वेदान्त दर्शन के शिक्षा में योगदान का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- वेदान्त दर्शन की तत्व मीमांसा ज्ञान मीमांसा एवं मूल्य मीमांसा तथा उनके शैक्षिक अभिप्रेतार्थ की व्याख्या कीजिये।
- प्रश्न- वेदान्त दर्शन के अनुसार शिक्षार्थी की अवधारणा बताइए।
- प्रश्न- वेदान्त दर्शन व अनुशासन पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- अद्वैत शिक्षा के मूल सिद्धान्त बताइए।
- प्रश्न- अद्वैत वेदान्त दर्शन में दी गयी ब्रह्म की अवधारणा व उसके रूप पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- अद्वैत वेदान्त दर्शन के अनुसार आत्म-तत्व से क्या तात्पर्य है ?
- प्रश्न- जैन दर्शन से क्या तात्पर्य है ? जैन दर्शन के मूल सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जैन दर्शन के अनुसार 'द्रव्य' संप्रत्यय की विस्तृत विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- जैन दर्शन द्वारा प्रतिपादितं शिक्षा के उद्देश्यों, पाठ्यक्रम और शिक्षण विधियों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- जैन दर्शन का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- मूल्य निर्माण में जैन दर्शन का क्या योगदान है ?
- प्रश्न- अनेकान्तवाद (स्यादवाद) को समझाइए।
- प्रश्न- जैन दर्शन और छात्र पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- बौद्ध दर्शन में प्रतिपादित शिक्षा के उद्देश्यों, पाठ्यक्रम तथा शिक्षण विधियों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- बौद्ध दर्शन के प्रमुख सिद्धान्त क्या-क्या हैं ?
- प्रश्न- बौद्ध दर्शन में शिक्षक संकल्पना पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- बौद्ध दर्शन में छात्र-शिक्षक के सम्बन्ध पर अपने विचार व्यक्त कीजिए।
- प्रश्न- बौद्ध दर्शन में छात्र/ शिक्षार्थी की संकल्पना पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- बौद्धकालीन शिक्षा की वर्तमान शिक्षा पद्धति में उपादेयता बताइए।
- प्रश्न- बौद्ध शिक्षा की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- आदर्शवाद से आप क्या समझते हैं ? आदर्शवाद के मूलभूत सिद्धान्तों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- आदर्शवाद और शिक्षा पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। आदर्शवाद के शिक्षा के उद्देश्यों, पाठ्यचर्या और शिक्षण विधियों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा दर्शन के रूप में आदर्शवाद का मूल्याँकन कीजिए।
- प्रश्न- "भारतीय आदर्शवादी दर्शन अद्वितीय है।" उक्त कथन पर प्रकाश डालते हुए भारतीय आदर्शवादी दर्शन की प्रकृति की विवेचना कीजिए तथा इसका पाश्चात्य आदर्शवाद से अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- आदर्शवाद में शिक्षक का क्या स्थान है ?
- प्रश्न- आदर्शवाद में शिक्षार्थी का क्या स्थान है ?
- प्रश्न- आदर्शवाद में विद्यालय की परिकल्पना कीजिए।
- प्रश्न- आदर्शवाद में अनुशासन को समझाइए।
- प्रश्न- वर्तमान शिक्षा पर आदर्शवादी दर्शन का प्रभाव बताइये।
- प्रश्न- आदर्शवाद के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रकृतिवाद का अर्थ एवं परिभाषा दीजिए। प्रकृतिवाद के रूपों एवं सिद्धान्तों को संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- प्रकृतिवाद और शिक्षा पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। प्रकृतिवादी शिक्षा की विशेषताएँ तथा उद्देश्य बताइए।
- प्रश्न- प्रकृतिवाद के शिक्षा पाठ्यक्रम और शिक्षण विधि की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- "प्रकृतिवाद आधुनिक युग में शिक्षा के क्षेत्र में बाजी हार चुका है।' इस कथन की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- आदर्शवादी अनुशासन एवं प्रकृतिवादी अनुशासन की क्या संकल्पना है ? आप किसे उचित समझते हैं और क्यों ?
- प्रश्न- प्रकृतिवादी और आदर्शवादी शिक्षा व्यवस्था में क्या अन्तर है ?
- प्रश्न- प्रकृतिवाद तथा शिक्षक पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- प्रकृतिवाद की तत्व मीमांसा क्या है ?
- प्रश्न- प्रकृतिवाद की ज्ञान मीमांसा क्या है ?
- प्रश्न- प्रकृतिवाद में शिक्षक एवं छात्र सम्बन्ध स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- आदर्शवाद और प्रकृतिवाद में अनुशासन की संकल्पना किस प्रकार एक-दूसरे से भिन्न है ? सोदाहरण समझाइए।
- प्रश्न- प्रकृतिवादी शिक्षण विधियों पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- प्रकृतिवादी अनुशासन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- शिक्षा की प्रयोजनवादी विचारधारा के प्रमुख तत्वों की विवेचना कीजिए। शिक्षा के उद्देश्यों, शिक्षण विधियों, पाठ्यक्रम, शिक्षक तथा अनुशासन के सम्बन्ध में इनके विचारों को प्रस्तुत कीजिए।
- प्रश्न- प्रयोजनवादियों तथा प्रकृतिवादियों द्वारा प्रतिपादित शिक्षण विधियों, शिक्षक तथा अनुशासन की तुलना कीजिए।
- प्रश्न- प्रयोजनवाद का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- प्रयोजनवाद तथा आदर्शवाद में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- यथार्थवाद का अर्थ एवं परिभाषा बताते हुए इसके मूल सिद्धान्तों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा में यथार्थवाद की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए तथा संक्षेप में यथार्थवाद के रूपों को बताइए।
- प्रश्न- यथार्थवाद क्या है ? इसकी प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- यथार्थवाद द्वारा प्रतिपादित शिक्षा के उद्देश्यों तथा शिक्षण पद्धति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- यथार्थवाद क्या है ? उसने शिक्षा की धाराओं को किस प्रकार प्रभावित किया है ? भारतीय शिक्षा पर इसके प्रभाव का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- नव यथार्थवाद पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- वैज्ञानिक यथार्थवाद पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (भारतीय दर्शन एवं इसका योगदान : वेदान्त दर्शन)
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (भारतीय दर्शन एवं इसका योगदान : जैन दर्शन )
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। ( भारतीय दर्शन एवं इसका योगदान : बौद्ध दर्शन )
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (दर्शन की विचारधारा - आदर्शवाद)
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। ( प्रकृतिवाद )
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (प्रयोजनवाद )
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (यथार्थवाद)
- प्रश्न- शिक्षा के अर्थ, उद्देश्य तथा शिक्षण-विधि सम्बन्धी विचारों पर प्रकाश डालते हुए गाँधी जी के शिक्षा दर्शन का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- गाँधी जी के शिक्षा दर्शन तथा शिक्षा की अवधारणा के विचारों को स्पष्ट कीजिए। उनके शैक्षिक सिद्धान्त वर्तमान भारत की प्रमुख समस्याओं का समाधान कहाँ तक कर सकते हैं ?
- प्रश्न- बुनियादी शिक्षा क्या है ?
- प्रश्न- बुनियादी शिक्षा का वर्तमान सन्दर्भ में महत्व बताइए।
- प्रश्न- "बुनियादी शिक्षा महात्मा गाँधी की महानतम् देन है"। समीक्षा कीजिए।
- प्रश्न- गाँधी जी की शिक्षा की परिभाषा की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- टैगोर के शिक्षा दर्शन का मूल्यांकन कीजिए तथा शिक्षा के उद्देश्य, शिक्षण पद्धति, पाठ्यक्रम एवं शिक्षक के स्थान के सम्बन्ध में उनके विचारों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- टैगोर का शिक्षा में योगदान बताइए।
- प्रश्न- विश्व भारती का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- शान्ति निकेतन की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं ? आप कैसे कह सकते हैं कि यह शिक्षा में एक प्रयोग है ?
- प्रश्न- टैगोर का मानवतावादी प्रकृतिवाद पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- शिक्षक प्रशिक्षक के रूप में गिज्जूभाई की विशेषताओं का वर्णन कीजिए तथा इनके सिद्धान्तों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- गिज्जूभाई के शैक्षिक विचारों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- गिज्जूभाई के शैक्षिक प्रयोगों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- गिज्जूभाई कृत 'प्राथमिक शाला में भाषा शिक्षा' पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- शिक्षा के अर्थ एवं उद्देश्यों, पाठ्यक्रम एवं शिक्षण विधि को स्पष्ट करते हुए स्वामी विवेकानन्द के शिक्षा दर्शन की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- स्वामी विवेकानन्द के अनुसार अनुशासन का अर्थ बताइए। शिक्षक, शिक्षार्थी तथा विद्यालय के सम्बन्ध में स्वामी जी के विचारों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- स्त्री शिक्षा के सम्बन्ध में विवेकानन्द के क्या योगदान हैं ? लिखिए।
- प्रश्न- जन-शिक्षा के विषय में स्वामी विवेकानन्द के विचार बताइए।
- प्रश्न- स्वामी विवेकानन्द की मानव निर्माणकारी शिक्षा क्या है ?
- प्रश्न- शिक्षा का अर्थ एवं उद्देश्यों, पाठ्यक्रम, शिक्षण-विधि, शिक्षक का स्थान, शिक्षार्थी को स्पष्ट करते हुए जे. कृष्णामूर्ति के शैक्षिक विचारों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- जे. कृष्णमूर्ति के जीवन दर्शन पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- जे. कृष्णामूर्ति के विद्यालय की संकल्पना पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- प्लेटो के शिक्षा दर्शन पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- प्लेटो के शिक्षा सिद्धान्त की आलोचना तथा उसके शिक्षा जगत पर प्रभाव का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- प्लेटो का शिक्षा में योगदान बताइए।
- प्रश्न- स्त्री शिक्षा तथा दासों की शिक्षा के विषय में प्लेटो के विचार स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्रकृतिवाद के सन्दर्भ में रूसो के विचारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मानव विकास की विभिन्न अवस्थाओं हेतु रूसो द्वारा प्रतिपादित शिक्षा योजना का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रूसो की 'निषेधात्मक शिक्षा' की संकल्पना क्या है ? सोदाहरण समझाइए।
- प्रश्न- रूसो के प्रमुख शैक्षिक विचार क्या हैं ?
- प्रश्न- पालो फ्रेरे का जीवन परिचय लिखिए। इनके जीवन की दो प्रमुख घटनाएँ कौन-सी हैं जिन्होंने इनको बहुत अधिक प्रभावित किया ?
- प्रश्न- फ्रेरे के जीवन की दो मुख्य घटनाएँ बताइये जिनसे वह बहुत प्रभावित हुआ।
- प्रश्न- फ्रेरे के पाठ्यक्रम तथा शिक्षण विधि पर विचार स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- फ्रेरे के शिक्षण विधि सम्बन्धी विचारों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- फ्रेरे के शैक्षिक आदर्श क्या हैं?
- प्रश्न- जॉन डीवी के शिक्षा दर्शन पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा निर्धारित शिक्षा व्यवस्था के प्रत्येक पहलू को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- जॉन डीवी के उपयोगिता शिक्षा सिद्धान्त को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (भारतीय शैक्षिक विचारक : महात्मा गाँधी)
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (भारतीय शैक्षिक विचारक : रवीन्द्रनाथ टैगोर)
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (भारतीय शैक्षिक विचारक : गिज्जू भाई )
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (भारतीय शैक्षिक विचारक : स्वामी विवेकानन्द )
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (भारतीय शैक्षिक विचारक : जे० कृष्णमूर्ति )
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (पाश्चात्य शैक्षिक विचारक : प्लेटो)
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (पाश्चात्य शैक्षिक विचारक : रूसो )
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (पाश्चात्य शैक्षिक विचारक : पाउलो फ्रेइरे)
- प्रश्न- निम्नलिखित में प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार-चार विकल्प दिये गये हैं, जिनमें केवल एक सही है। सही विकल्प ज्ञात कीजिए। (पाश्चात्य शैक्षिक विचारक : जॉन ड्यूवी )

 
 
		 





 
 
		 
 
			 

